हारे हुये दिल से कोई बाजी जीता नही करते...
होस्लों से कभी कोई बुलंदियाँ नही छूते..
जो ख्वाब देखते है आसमानों के..
वोह किसी के सहारे खडे नही रेहते..
किसी के सहारे से खडे भी रेहते हो तो..
किसी के भरोसे बैठा नही करते..
जो जिगर रखते है फौलादों के..
वोह मुशकिलो के लव से पिघला नही करते..
होस्लों से कभी कोई बुलंदियाँ नही छूते..
जो ख्वाब देखते है आसमानों के..
वोह किसी के सहारे खडे नही रेहते..
किसी के सहारे से खडे भी रेहते हो तो..
किसी के भरोसे बैठा नही करते..
जो जिगर रखते है फौलादों के..
वोह मुशकिलो के लव से पिघला नही करते..