फिर ये बारिश मेरी तनहाई चुराने आयी॥
अकेली नही साथ में प्यार की आंधी लाई॥
खुद से ही दिल पे जमी यादों की धुल हटाई॥
अपने एहसास से एक नयी उमंग मुझ में जगाई॥
बूंदों के रुप में मुझे कुछ सपने है लाई॥
लगता है की जिन्दगी ने नई करवट है खाई॥
अकेली नही साथ में प्यार की आंधी लाई॥
खुद से ही दिल पे जमी यादों की धुल हटाई॥
अपने एहसास से एक नयी उमंग मुझ में जगाई॥
बूंदों के रुप में मुझे कुछ सपने है लाई॥
लगता है की जिन्दगी ने नई करवट है खाई॥
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