आज सूरज ढल गया तो क्या हुआ..
राह-बर बंकर कोई जुगनू जरूर चमकेगा..
आज अँधेरा हो गया तो क्या हुआ...
रोशनी की किरणों को लिए कोई कासिद आयेगा .
आज गम-में डूब गए तो क्या हुआ
खुशियों का संदेसा लिए कोई गम-गुस्सर आयेगा..
राह-बर = guide
कासिद = messenger
गम-गुस्सर= comforter
राह-बर बंकर कोई जुगनू जरूर चमकेगा..
आज अँधेरा हो गया तो क्या हुआ...
रोशनी की किरणों को लिए कोई कासिद आयेगा .
आज गम-में डूब गए तो क्या हुआ
खुशियों का संदेसा लिए कोई गम-गुस्सर आयेगा..
राह-बर = guide
कासिद = messenger
गम-गुस्सर= comforter