16.7.06

हार ना मानो

शोलो में जलकर पिघलना फौलाद की फितरत है
नए रुप में ढल जाना यह उसकी आदत है
बदलाव का सामना करना यह हमारी किस्मत है
बदल कर भी ना बदलना यह हमारी हिम्मत है

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